गजल | sad shayari in hindi for love




गजल 

तेरे जुदा होने के बाद मै तलास करती रही 
मगर कोई अजनबी तुझसा नज़र नहीं आया 
कोई तो कमी रही होगी मेरी मोहब्बत में तभी 
मुझे तेरी मोहब्बत में अभी तक सुकू नहीं आया 



यूँ तो मिले लाखों मोहब्बत में फना होने वाले
पर कोई तुझसा गुरुरे इस्क नज़र नहीं आया 
यूँ तो थे लाखो दीवाने मेरे पर तेरी उस मोहब्बत 
भरी नज़र का असर उनमे नहीं आया  



रंग लायी दुवां ,कुछ गजब हो गया 
ओ अजनबी मेरा हमसफ़र हो गया 
रंग लायी दुवां कुछ गजब हो गया 
जिसके लिए मै बरसो तडपती रही 
जिसके लिए मै ..............तडपती रही 
ओ लड़का मेरा हमसफ़र हो गया 
रंग लायी दुवा ........



मै ख्यालों में बाते उनसे करती रही 
तुम तो ऐसे न थे तुमको क्या हो गया 
ऐसा लगता मेरी नज़र लग गयी 
वो अजनबी आज बेवफा हो गया 
तारे गर्दिश में थे भाग्य भी सो रहा 
वो अजनबी आज किसी का हो रहा
इस कदर न रुला लौट आ लौट आ 
फिर न कहना कोई क्यों जुदा हो गया 
रंग लायी दुआ ......


अब तुझे देखकर जीती मरती हूँ मै 
अब तुझे देखकर जीती मरती हूँ मै 
कोई पूछे खबर तो कहती हूँ मै 
इस कदर उसे याद करती हूँ मै 
इल्तजा हो गयी ओ न आये थे घर 
मेरे अरमान भी हो रहे थे वोझल 
रंग लायी दुआ ........



मेरे प्यारे सनम मेरे बिछड़े सनम 
लौट आ तुझको है मेरी कसम ..२
मेरी हर सांस पर नाम तेरा लिखा 
लौट आ तुझको है जिंदगी की कसम 
मेरे प्यारे सनम मेरे बिछड़े सनम
लौट आ तुझको है मेरी कसम 
रंग लायी दुआ कुछ गजब हो गया 
वो अजनबी मेरा हमसफर हो गया