मगर कोई अजनबी तुझसा नज़र नहीं आया
कोई तो कमी रही होगी मेरी मोहब्बत में तभी
मुझे तेरी मोहब्बत में अभी तक सुकू नहीं आया
—
यूँ तो मिले लाखों मोहब्बत में फना होने वाले
पर कोई तुझसा गुरुरे इस्क नज़र नहीं आया
यूँ तो थे लाखो दीवाने मेरे पर तेरी उस मोहब्बत
भरी नज़र का असर उनमे नहीं आया
—
रंग लायी दुवां ,कुछ गजब हो गया
ओ अजनबी मेरा हमसफ़र हो गया
रंग लायी दुवां कुछ गजब हो गया
जिसके लिए मै बरसो तडपती रही
जिसके लिए मै ..............तडपती रही
ओ लड़का मेरा हमसफ़र हो गया
रंग लायी दुवा ........
—
—
मै ख्यालों में बाते उनसे करती रही
तुम तो ऐसे न थे तुमको क्या हो गया
ऐसा लगता मेरी नज़र लग गयी
वो अजनबी आज बेवफा हो गया
तारे गर्दिश में थे भाग्य भी सो रहा
वो अजनबी आज किसी का हो रहा
इस कदर न रुला लौट आ लौट आ
फिर न कहना कोई क्यों जुदा हो गया
रंग लायी दुआ ......
—
—
अब तुझे देखकर जीती मरती हूँ मै
अब तुझे देखकर जीती मरती हूँ मै
कोई पूछे खबर तो कहती हूँ मै
इस कदर उसे याद करती हूँ मै
इल्तजा हो गयी ओ न आये थे घर
मेरे अरमान भी हो रहे थे वोझल
रंग लायी दुआ ........
—
—
मेरे प्यारे सनम मेरे बिछड़े सनम
लौट आ तुझको है मेरी कसम ..२
मेरी हर सांस पर नाम तेरा लिखा
लौट आ तुझको है जिंदगी की कसम
मेरे प्यारे सनम मेरे बिछड़े सनम
लौट आ तुझको है मेरी कसम
रंग लायी दुआ कुछ गजब हो गया