ये दिल हुआ दीवाना
बिरहा कट रही हैं राते
कंही से तू भी आजा
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बारिश के झर-झरों से
आती हैं तेरी यादे
तेरी यादे दिल में कोई
तेरी यादे दिल में कोई
तूफा उठा रही हैं
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ये हवाएं भी अब तो मुझसे
तेरा जिक्र कर रही हैं
ये दिल ऐसे में तू
उसको ढूंढ लाना
—
वरना पूछेगा हमसे
ये सारा जमाना
बिरहन तू बता दे
अपना जरा ठिकाना
—
ऐसे में क्या कहूँगी खामोश
लब्ज आँखों से बात ये कहूँगी
लौट आओ अब सजन जी
दिल ढूंढें तेरी राहें
अपना पता बता दे
या चिट्ठियां भिजवा दे
आउंगी चली दौड़ी
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बस खबर ये छपवा दे
केशुयों से काली राते
अब मेरी हो गयी हैं
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लौट आना अब पिया जी
सब्र की सीमा भी जा रही है
रोते हैं मेरे दिन भी
तनहा कट रही राते
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ये ऋतू भी तड़प -तड़प
कर रही हैं तेरी बाते
आँखों में तेरी सूरत
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दिल में बसी तमन्ना
बढ़ उठे हैं ये कदम भी